किसी दूसरे को दोष देने के नुकसान|

ज्यादातर लोगों की आज के दिन आदत से बनती जा रही है कि किसी भी कार्य के सफल न होने या फिर जिंदगी में कोई परेशानी आने पर हम दूसरों पर उंगली उठाकर या फिर किसी दूसरे व्यक्ति को जिम्मेदार बताकर हम अपनी असफलता से हाथ खड़े कर देते हैं और समस्या को किसी दूसरे के कारण बता कर उसके समाधान पर विचार नहीं करते हैं|

उससे यह होता है कि वह व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी से बचने की कोशिश करता है और जिसका परिणाम होता है कि व्यक्ति अपने आप में सुधार की गुंजाइश को समाप्त कर देता है और अपने आप को शक्तिशाली, बुद्धिमानी और आगे बढ़ाने के रास्ते को बंद कर देता है और जिस स्थान पर होता है या तो उसी स्थान पर बना रहता है या फिर नीचे चला जाता है और दूसरी पर अपनी जिम्मेदारी को डाल कर अपने आप को महान बताता रहता है और दूसरे को दोष देता रहता है किसी भी समस्या के लिए|

जो व्यक्ति किसी भी समस्या का  सामना करना सीख ले और अपने में सुधार करने की आदत डाल ले तो मैं वादे से कह सकता हूं कि वह व्यक्ति बहुत महान बन जाएगा क्योंकि उसके जो गलतियां होंगी और उससे मैं सुधार करने के बाद वह अपने आप का नेक्स्ट वर्जन होगा और अपने आप को नेक्स्ट लेवल पर ले जा पाएगा|

जब हम एक उंगली किसी दूसरी व्यक्ति पर उठाते हैं तो ध्यान रखना चार उंगलियां आपकी तरफ होती है जो यह सिखाती है कि दूसरे व्यक्ति पर उंगली उठाने से पहले आप अपने आप विचार करो कि आप कितने सही हैं|

मैं यही suggest करना चाहूंगा कि अगर कोई समस्या आए तो उसका साहस से सामना करें और उसके समाधान के साधन पर विचार करें ना कि किसी दूसरे पर उंगली उठाकर उसे पर डाल दे अगर कोई गलती हो जाए तो उसको सबसे पहले उसे स्वीकार करें और उसमें सुधार करें जिससे  आप से अगली  बार वह गलती ना हो और आप अपने आप को आगे बढ़ने का रास्ता खोल दे|

और जब अपनी गलती को दिल से स्वीकार करने तो सबसे पहले आत्म संतुष्टि मिलती है और फिर शांति से बैठकर आप उसे समस्या का शांति में विचार करके उसमें सुधार करो और संकल्प करें कि वह same  समस्या जिंदगी में दोबारा ना हो जिससे आप अपने आप को बहुत आगे बढ़ता हुआ पाओगे क्योंकि हर गलती का सुधार करके आप अपने आप में अच्छी आदतें डाल रहे होते हैं

स्वामी विवेकानंद जी ने कहा है कि बुरा जो देखन मैं चला बुरा न मिलिया कोई जो दिल देखो आपनो मुझसे बुरा ना कोई”|

मतलब किसी दूसरी की गलतियां देखने से पहले आप अपने आप के गलतियों पर विचार जरूर करें और उनमें सुधार करें और किसी भी नुकसान व समस्या के लिए दूसरों को दोष देना बंद करें|

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *