लोग जन्म से महान नहीं होते हैं, कर्म से महान होते हैं संत रविदास जी:- यह बात हमारे महान उद्योगपति, समाज सेवी रतन टाटा जी ने सही सिद्ध कर दिखाई|
संत रविदास जी हमेशा कहते हैं कि कोई व्यक्ति जन्म से महान नहीं होता है वह कर्म से महान होता है| अगर कोई व्यक्ति गरीबी में पैदा हुआ है और वह कर्म अच्छे कर रहा है तो वह व्यक्ति महान होता है| अगर कोई व्यक्ति बहुत रईस परिवार में पैदा हुआ है और कार्य अच्छे नहीं कर रहा है, unethical कर रहा है तो वह कभी भी महान नहीं हो सकता है वह एक घटिया किस्म का व्यक्ति है|
हमारे माननीय रतन टाटा जी ने यह कर दिखाया है कि लोग कर्म से महान होते हैं न की जन्म से|
रतन टाटा जी ने हमेशा समाज की सेवा की हमेशा खुद के बारे में सोचने से पहले देश व समाज के बारे में, उसके विकास के बारे में सोचा और अपने लाभ से पहले देश व समाज के लाभ के बारे में सोचा| रतन टाटा की अपनी संपत्ति की कुल आय का 66% दान करते हैं और इसी दान की वजह से टाटा ग्रुप के बहुत सारे बालिकाओं के स्कूल व कॉलेज चल रहे हैं|
बहुत सारे अनाथ बच्चे व बच्चियों के लिए अनाथालय चल रहे हैं, बहुत सारे फ्री अस्पताल चल रहे हैं, बहुत सारे NGO चल रहे हैं|
रतन टाटा जी हमेशा अपनी कुल आय का हर साल 66% दान करते थे और यही बात पूरे टाटा ग्रुप के अंदर है| टाटा ग्रुप हर साल अपनी आमंदनी का बहुत सारा पैसा दान करता है क्योंकि टाटा ग्रुप के संस्थापक माननीय JRD TATA का कहना था कि हम पैसा समाज व देश से ही कमाते हैं तो हमें देश व समाज को वापस देना चाहिए क्योंकि इस पैसे पर समाज व देश का ही हक है क्योंकि हमने समाज व देश से ही पैसा इकट्ठा किया है|
रतन टाटा ने यह कर दिखाया है कि मनुष्य अपने कर्मों से महान होता है न की जन्म से|
रतन टाटा जी हमेशा अपने ऑफिस में सभी employee के साथ लाइन में लगकर खाना लेते थे वह बोलते थे कि मैं भी तो एक employee हूं मुझे क्यों अलग से Treat किया जाए|
टाटा जी के बारे में एक महान घटना है| एक समय इंग्लैंड के महाराज चार्ल्स Prince ने टाटा जी को Lifetime Achievement Award देने की घोषणा कर दी और उसकी तैयारी कर दी और एक दिन पहले टाटा जी को इंग्लैंड के लिए निकलना था पर अचानक उनके दो कुत्तों की तबीयत खराब हो गई तो टाटा जी ने प्रिंस चार्ल्स को मना कर दिया कि मुझे इन कुत्तों का ध्यान रखने की जरूरत है|
रतन टाटा जी सिर्फ इंसानों को ही प्यार नहीं करते थे वह जानवरों को भी प्यार करते थे|
अतः आज के busy schedule और अपना पराया करने वाले व अमीर लोग व गरीब लोगों में अंतर करने वाले लोगों को मेरी सलाह है कि आप इंसान से प्यार करो चीजें आपके पास अपने आप चल कर आएंगी| अब पूरे विश्व व भारत में पैसे व चीजों की कोई कमी नहीं है|
हमें इंसान होकर इंसान से प्यार करना सीखना चाहिए और उन्हें सम्मान देना व गले लगाना चाहिए|
Arvind