धरती पर ही स्वर्ग है अगर:-

  1. आपके पार्टनर या जीवनसाथी के अच्छे संबंध हो
  2. आप वही कार्य या जॉब या बिजनेस कर रहे है जो आप पसंद करते हैं|

यह सच बात है क्योंकि हम अपने जीवन का 50% से ज्यादा समय अपने जीवनसाथी के साथ बिताते हैं और आपके जीवनसाथी के साथ अच्छे संबंध है तो आप बहुत खुश रहेंगे आप अपने जीवन में बहुत आगे तक जाएंगे और हमेशा स्वस्थ व खुशी से जिंदगी जिएंगे|

दूसरा है आप अपने जीवन का लगभग 40% से ज्यादा समय आप अपने बिजनेस या किसी नौकरी में बताते हैं अगर आप वही कार्य जॉब या बिजनेस कर रहे हैं तो आप अपने जीवन के साथ खुश रहेंगे और आप अपने बिजनेस में दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की करेंगे|

आप अपने जीवन में बहुत-बहुत ऊँचे पहुंचेंगे और अपने जीवन में हर कार्य, हर क्षेत्र में ऊंचाइयों को छुएंगे|

क्योंकि वह कार्य तो व्यक्ति जो पसंद करता है और वही कार्य करता है तो उसको कभी भी किसी बाहरी मोटिवेशन की निगरानी की आवश्यकता नहीं होती है|

और वह अपने जीवन में तरक्की करता जाता है उदाहरण के लिए हमारे महान व्यक्तियों का उदाहरण लेते हैं|

  1. बाबासाहेब अंबेडकर|
  2. 2. महात्मा गांधी|

दोनों व्यक्तियों के जीवन में दोनों ही चीज थी|

  1. लाइफ पार्टनर के साथ अच्छे संबंध|
  2. जो वह कार्य करते थे वह उस कार्य को अपनी जान से ज्यादा प्यार करते थे|

जब बाबा साहेब अंबेडकर जी उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैंड व अमेरिका गए तो वह वहां पर लाइब्रेरी में बिना किसी lunch  के पढ़ाई करते थे बस एक ब्रेड लेकर जाते थे तो लाइब्रेरी में के ही खा लेते थे तो किसी ने शिकायत की अंबेडकर लाइब्रेरी में ही lunch करते हैं तो लाइब्रेरियन ने बुलाया और पूछा तो उन्होंने बताया कि सर lunch   की व्यवस्था नहीं है मेरे पास न ही खाना बाहर से मंगा सकता हूं बाबा साहब पढ़ाई से अपनी जान से ज्यादा प्यार करते थे इसलिए आज तक पूरे विश्व में उनके जितना कोई महान व्यक्ति नहीं हुआ है|

दूसरा बाबासाहेब की धर्मपत्नी रमाबाई एक बहुत महान व्यक्तित्व वाली पत्नी थी उनकी वजह से व सहायता से ही बाबा साहब इतने महान कार्य कर पाए और महान बन पाए बाबासाहेब अंबेडकर जी के उनकी पत्नी रमाबाई से बहुत मधुर व प्यारे संबंध थे उनकी पत्नी रमाबाई जी में बाबा साहेब का हर कदम हर समय व हर मुसीबत में साथ दिया|

और हमेशा बाबा साहब से कंधा से कंधा मिला कर रही जब बाबा साहेब अंबेडकर बाहर पढ़ाई कर रहे थे तो रमाबाई ने इतनी मुसीबत झेली की कोई सोच नहीं सकता है आज के समय में जैसे घर पर 5 बच्चे होने के बाद हर पल पैसे की तंगी होना पर रमाबाई ने बिना परेशान हुए सारी समस्याओं का सामना किया और बाबा साहेब अंबेडकर जी को कभी इतनी सारी समस्याओं की भनक तक नहीं लगने दी|

जिससे उनकी पढ़ाई में कोई बाधा न आए और पढ़ाई डिस्टर्ब न हो रमाबाई जब भी बाबा साहेब अंबेडकर जी को पत्र लिखती थी तो हमेशा उसमें खुशहाली व आनंद की बात ही लिखती थी न कि वह रोना धोना शिकायत करना या परेशान है या यह नहीं है वह नहीं है घर पर|

ज्यादातर बच्चों की परवरिश रमाबाई जी ने ही की है|

अंबेडकर जी ने अपनी अनेक पुस्तकों में रमाबाई की बढ़ाई की है और उन्हें एक महान महिला व जीवनसाथी बताया है|

महात्मा गांधी जी के बारे में हम जानते हैं कि कस्तूरबा बाईजी गांधी जी की पत्नी ने हमेशा गांधी जी के हर आंदोलन में साथ दिया और घर की सारी जिम्मेदारी निभाई

स्वर्ग =अच्छे मधुर संबंध जीवनसाथी से| + वह कार्य जो आप पसंद करते हैं|

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