Feel, imagine and create reality.
अगर हम अपने जीवन में कोई कार्य करना चाहते हैं या फिर आप अपने जीवन में कुछ बनना चाहते हैं तो सबसे पहले उस चीज को feel करो और फिर उसको imagine करो जिससे होगा या कि उस चीज को आप हर दिन याद करोगे और उस चीज के बारे में अच्छा feel करोगे तो आप अपने आप अंदर से मोटिवेटेड होंगे और उस चीज को प्राप्त करने के लिए आप एक्शन लेने लगोगे और धीरे-धीरे आप उस चीज को प्राप्त कर लोगे या फिर आप जो बनना चाहते हो वह आप बन जाओगे|
जब आप किसी को feel हुआ imagine करते हैं तो वह चीज या कार्य आपके अवचेतन मन में समा जाता है और सब कॉन्शियस माइंड बहुत पावरफुल होने के कारण वह आपको आते जाते सोते जागते उस कार्य को पूरा करने के लिए आपके दिमाग में बहुत सारे आईडिया दे देगा और फिर आपके पास किसी व्यक्ति को भेज देगा जिससे आप जो प्राप्त करना चाहते या बनना चाहते हैं वह उसमें आपकी सहायता कर देगा|
मैं अपने जीवन का एक उदाहरण लेता हूं कि मैं बहुत ज्यादा सोचता था feel करता था और imagine करता था कि अगर मैं हर दिन 4:00 बजे जाग जाऊं तो कैसा लगेगा मेरे पास समय ही समय रहेगा जब दुनिया सो रही होगी और मैं कुछ कार्य कर करके आगे बढ़ रहा होगा|
तो ऊपर वाले या प्रकृति आप जिसको मानते हो उसने व्यवस्था कर दी और मैं हर दिन अव चार बजे जाग रहा हूं और मैं अव 10:30 बजे तक लगभग उतना ही काम कर लेता हूं जितना मैं कुछ समय पहले पूरे दिन में नहीं कर पाता था और मेरे सपने आज रियलिटी में हो रहे हैं और मैं अति साहसी आत्मविश्वासी आनंदमय और खुशी और स्वस्थ्य हो रहा हूं और महानता की और बढ़ रहा हूं मैं जल्दी ही बहुत आगे बढ़ जाऊंगा|
और सबसे अच्छी बात है सुबह-सुबह वह कार्य कर पाता हूं जो मुझे खुशी देते हैं आनंद देते हैं और जो मुझे महान बनाते हैं|
वह जो बोला जाता है कि हर व्यक्ति को अपने आप को समय जरूर देना चाहिए वह हर दिन कर रहा हूं और हर दिन कम से कम सुबह के 4 घंटे अपने आप को grow, स्वस्थ, खुश, आनंदमय, ऊर्जावान, बुद्धिशाली बनाने के लिए देता हूं और आज मेरे सपने रियलिटी में कन्वर्ट हो रहे हैं|