आजकल self help book पढ़ना क्यों जरूरी है?

आज से 20 – 30 साल पहले व एक जेनरेशन पीछे जाकर देखें तो हमें पता चलेगा कि हम joint family एक बड़े परिवार में रहते थे उदाहरण दादा दादी, चाचा चाचा, ताऊताई व पूरे परिवार के सभी बच्चे बूढ़े सभी लोग साथ रहते थे|

तो बच्चों के बुद्धि विकास व ज्ञान विकास के लिए सारा माहौल मिल जाता था जैसे कि दादादादी कहानी सुना कर उनको सिखा देते थे कि जीवन कैसे जीना है जीवन क्या है उदाहरण रामायण क्या है गीता क्या है और बाबा साहब अंबेडकर कौन थे व क्या कार्य किए थे गांधी जी ने स्वतंत्रता प्राप्ति में क्या भूमिका निभाई थी बाबा साहब ने निचली समाज के अधिकारों के लिए क्या लड़ाई लड़ी और उनको कैसे अधिकार दिलवाए आदि जैसे ज्ञान हमें दादा दादी व परिवार के अन्य बूढ़े बुजुर्ग जैसे लोगों से मिल जाता था जैसे बच्चों के मन में प्रश्न होता की दादी हम रक्षाबंधन क्यों मनाते हैं तो दादी जी पूरे विस्तार के साथ व रुचि के साथ बच्चो की भाषा मैं समझाती की रक्षाबंधन क्या है और क्यों मनाते हैं या फिर हम 15 अगस्त को क्या होता है और क्या करते हैं|

क्योंकि दादादादी और नाती पोता का एक बहुत अच्छे लेवल का संबंध होता है और दोनों बच्चे व दादादादी के पास समय होता था बातचीत करने का समझने व साथ बैठने का व प्यारा सा रिश्ता भी होता था|

तो बच्चों का बुद्धि विकास ज्ञान सब कुछ प्राप्त हो जाता था जैसे आपने देखा होगा एक ऐसा व्यक्ति जो कभी स्कूल गया नहीं है और उसे सभी चीज राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक संस्कृति का बहुत अधिक ज्ञान है|

वो joint family के माहौल के कारण प्राप्त हो जाता था और थोड़ा सा समाज भी साथ में घुल मिलकर रहता था तो समाज में चर्चा होती थी तो उसमें ज्ञान प्राप्त हो जाता है|

और बहुत सारे बच्चे एक साथ में मिलकर खेलते कूदते थे तो शरीर व मानसिक विकास होता था और अच्छे दोस्त बन जाते थे एक दूसरे से अपने उम्र वाले प्रश्न भी पूछ पाते थे और उनका सही उत्तर मिल जाता हमें |

सीधा-सीधा बोलें की joint family मैं बच्चों का संपूर्ण विकास होता था और दादा-दादी को भी बच्चों की कंपनी मिल जाती थी और उनका बूढ़ापन आसानी से बीत जाता था|

पर आज के समय पर joint family का concept खत्म होता जा रहा है इतना सारा ज्ञान कैसे मिले और आपका मानसिक, संस्कृति, धार्मिक, विकास, राजनीतिक, सामाजिक विकास व अकेलापन कैसे दूर हो तो इसका एक ही उपाय मुझे समझ में आता है की आपको self help books पढ़ना चाहिए जिससे आपका अकेलापन दूर होगा व सामाजिक ,आर्थिक धार्मिक ,संस्कृति, समृद्धि का विकास होगा और आप अपने आप को भाग्यशाली व God gifted महसूस करोगे और आप भारत और विश्व को अच्छी तरह से जान पाओगे और आप समझ पाओगे कि भारत व विश्व की महान व्यक्ति क्या कार्य करते हैं और भारत व विश्व को महान बनाने में क्या योगदान दिया है | और अगर Retired या फिर बूढ़े हो और आप अकेलापन महसूस कर रहे हो तो आपको self help books पढ़कर अकेलापन दूर कर सकते हो|

और जीवन में महान लक्ष्य व महान कार्य करना चाहते हो और हमेशा motivated रहना चाहते हैं तो आपको किताब पढ़ कर यह सब प्राप्त कर सकते हैं|

जो भी  successful लोग हैं वह सभी अपने जीवन में किताब जरूर पढ़ते हैं जैसे बाबा साहब अंबेडकर साहब के पास खुद की selected की हुईं 35 हजार किताब थी जबकि बहुत सारी किताब भारत वापस आते समय समुद्री जहाज में डूब गई थी स्वामी विवेकानंद जी भी हमेशा पढ़ाई की बात करते थे और गांधी जी भी पढ़ाई करते थे|  आजकल के समय में भी Bill gets भी हर दिन सुबह पढ़ाई करते हैं और मुकेश अंबानी सुबह पढ़ाई करते हैं |

 

 

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