जो बिना किसी निगरानी के कार्य करे वह लीडर कहलाते है।
लीडर वह होता है जो बिना किसी निगरानी के कार्य करता है बाकी सब तो गुलाम की जिंदगी जी रहे होते हैं और किसी न किसी के निर्देशों का पालन कर रहे होते हैं और उनके आदेशों के अनुसार चल रहे होते हैं|
इस संसार में सिर्फ 2% ऐसे लोग हैं जो बिना किसी व्यक्ति की निगरानी में कार्य करते हैं जो सिर्फ और सिर्फ अपने हिसाब से कार्य करते हैं वह लीडर कहलाते हैं।
लीडर ही है जो अपना रास्ता खुद ही तय करते हैं और बाकी सब दुनिया लीडर को फॉलो करती है और लीडर के पीछे-पीछे चलती है|
अगर आप लाइफ में कोई महान कार्य करना चाहते हैं तो सबसे पहले आप अपने आप को किसी दूसरे के निर्देशों के हिसाब से कार्य करना बंद कर दें| अपना मालिक खुद बने| यदि आप किसी संस्था में नौकरी कर रहे हैं तो सबसे पहले बदलाव यह लाना चाहिए कि आप अपना input अपने विचार देना चालू कर दें, जिससे उस संस्था को फायदा हो और बिना किसी दबाव के यह कार्य करो| इससे यह होगा कि आप मैं लीडर की quality आ जाएगी और आप पूरे संस्थान के लोगों की निगाह में आ जाओगे और वहां के ज्यादातर लोग आपको एक लीडर की तरह मानेंगे|
आप किसी संस्थान में यह सोचकर काम मत करो कि इस कार्य से संस्था का भला होगा मेरा क्या होगा आप हमेशा दूसरे के बारे में भला करने की सोचो आपका भला अपने आप हो जाएगा|
अगर आप किसी का भला करते हैं तो आपका भला हमेशा होता है| भला का उल्टा लाभ होता है|
हमेशा जब आप संस्था या दूसरों की भलाई के लिए कार्य करते हैं तो ध्यान रखो आप हमेशा प्रकृति के साथ हैं और प्रकृति आपको हमेशा आगे बढ़ाएगी|
जब आप किसी संस्था में बिना किसी निगरानी के अच्छा काम करते हैं तो आपका competitors दूर-दूर तक कोई नहीं होता है और आप हमेशा अपने आप आगे बढ़ते जाओगे और आप ध्यान रखना वह संस्था आपको किसी और के द्वारा कभी भी replace नहीं कर पाएगी और ना ही आपको निकाल पाएगी और सबसे बड़ी बात यह है कि आप की गिनती उन 2% लोगों में होगी जो बिना किसी दूसरे की निगरानी में कार्य करते हैं और लीडर कहलाते हैं|
सबसे बड़ी बात है यह है कि आपके अंदर लीडर के सारे गुण आ जाएंगे और आप हमेशा इस गुण को personal और professional life हर जगह उपयोग कर सकते हैं और आप संसार व समाज में अलग ही चमकोगे महान कहलाओगे हमेशा आगे बढ़ोगे हमेशा successful बनोगे|
उदाहरण के लिए वही Student अपने जीवन में successful महान बन पाता है जो बिना अपने माता-पिता की निगरानी में बिना गुरुओं की निगरानी में पढ़ाई – लिखाई करता है जो किसी दूसरे के कहने पर पढ़ाई नहीं करता है वह ही Student आगे बढ़ पाता है successful हो पाता है|
दूसरा उदाहरण अगर कोई व्यक्ति किसी बड़े पद पर है और दूसरे की भलाई के लिए कार्य करता है| संस्था की भलाई के लिए, देश को आगे बढ़ाने के लिए कार्य करते हैं तो प्रधानमंत्री कार्यालय जल्द ही अपनी टीम में बुलाता है और आपको बड़ी-बड़ी जिम्मेदारी देता है जिससे देश के अधिक से अधिक लोगों का भला हो सके उदाहरण आज के विदेश मंत्री जयशंकर जी, निर्मला सीता स्मरण, NSA अजीत डोभाल साहब जी है|
Arvind