Your Caliber is tested by how you handle the Failure in the life
हर इंसान का Caliber उस व्यक्ति द्वारा Failure को कैसे हैंडल किया है अपने जीवन में उसके द्वारा ही तय किया जाता है कि आप कितने Caliber वाले व्यक्ति हैं, कितने समझदार व्यक्ति हैं, कितने ज्ञानी व्यक्ति हैं, कितने महान व्यक्ति हैं|
सफलता प्राप्त कई कारणों से बहुत से लोगों को प्राप्त हो जाती है जैसे किसी एम्पलाई को कोई अच्छी JOB मिल जाए और उसमें आगे बढ़ते गए कोई अच्छा मैनेजर मिल गया वह आगे बढ़ गया आपको सिखा गया अगर आप बिजनेस फैमिली से आते हैं तो आपको बिजनेस सेटअप करा कराया मिल गया और आप सक्सेस होते चले गए|
जब किसी व्यक्ति के जीवन में कोई Failure आता है या समस्या पर्सनल या प्रोफेशनल लाइफ में आती है तो उस व्यक्ति या संस्था द्वारा उस Failure को कैसे मेंटेन किया जाए कैसे हल किया जाए कैसे उस समस्या का हल किया जाए उस समस्या का समाधान कैसे निकाला जाए| उस व्यक्ति की शक्ति को जज किया जाता है|
500 फॉर्चून कंपनी के CEO या बड़ी पोस्ट के इंटरव्यू में पूछा जाने वाला सबसे महत्वपूर्ण सवाल है जब कंपनी का मालिक किसी बड़ी पोस्ट का इंटरव्यू लेता है तो 1 घंटे के इंटरव्यू में 45 मिनट इसी सवाल पर डिस्कस करता है और इंटरव्यू में यह जज करता है कि पास्ट में Failure को कैसे हैंडल किया और आप मैं Failure को हैंडल करने की शक्ति है कि नहीं है|
इस व्यक्ति के पास Failure को हैंडल करने की बारे में क्या एटीट्यूड है क्या सोच है क्योंकि कंपनी का मालिक जानता है कि अगर किसी भी कंपनी में सब कुछ अच्छा चल रहा है तो यहां पर किसी को बैठाया तो कंपनी चलती रहेगी पर जब कंपनी में कोई बड़ी समस्या आती है तब जाकर उस व्यक्ति की बहुत जरूरत होती है जब सच में लीडर की आवश्यकता होती है जब पूरी कंपनी को हैंडल करना एंप्लॉई को इकट्ठा रखना एंप्लॉई को मोटिवेट करना बड़ी बात होती है साथ उस Failure का हल निकलने के लिए लीडर को आगे आना पड़ता है|
जब पहली बार ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की अग्नि मिशन के पहले परीक्षण में असफल हुए तो पूरा देश और खासकर हमारे मीडिया बंधु तरह-तरह की बातें लिखी और टीवी पर ब्रेकिंग न्यूज़ चलाएं माननीय श्री ए.पी.जे अब्दुल कलाम जी अपनी किताब अग्नि की उड़ान में लिखते हैं दूसरों हेड ने उस Failure की press conference की और Failure की जिम्मेदारी ली और ए.पी.जे अब्दुल कलाम जी पर आंच तक नहीं आने दी और ए.पी.जे अब्दुल कलाम जी को पूरे एक हफ्ते WEEK तक साहस देते रहे और कोई नहीं हम फिर से एक बार तैयार करके सफल परीक्षण करेंगे|
जब दोबारा जब अग्नि मिशन का सफल परीक्षण पूरा हुआ तो ए.पी.जे अब्दुल कलाम जी से बोला कि आप जाकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करो और ए.पी.जे अब्दुल कलाम जी ने खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस किया और यही सच्चे लीडर की पहचान होती है Failure की जिम्मेदारी खुद ली और सक्सेस की जिम्मेदारी पूरी टीम को दी|
सच्चा Caliber आपके Failure को कैसे हैंडल किया उससे परखा जा सकता है न कि आप अपने जीवन में सफल ही सफल रहे|
ARVIND